अयोध्या के राम मंदिर की कहानी

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जैसा की आप सभी जानते है

भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज अयोध्या में श्री राम मंदिर का उद्घाटन किया जा रहा है I

राम मंदिर भारत के उत्तर प्रदेश में अयोध्या जिले में स्थित एक  महत्वपूर्ण हिन्दू मंदिर है I आज के इस आर्टिकल में अयोध्या के राम मंदिर के विषय में कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में आपको बताता हूँ I जैसे  की राम मंदिर इतिहास, राम मंदिर की धार्मिक मान्यता, राम मंदिर विवाद (राम मंदिर v/s बाबरी मस्जिद)  सर्वोच्च न्यायलय का राम मंदिर के प्रति फैसला, राम मंदिर का निर्माण आदि I

राम मंदिर का इतिहास

बाल्मीकि द्वारा लिखित हिन्दुओं के प्रमुख ग्रन्थ रामायण के अनुसार 5114 ई.पू. अयोध्या में भगवान् राम का जन्म हुआ था और भगवान् राम भगवान विष्णु का अवतार है I 5114 ई.पू. से लेकर अयोध्या में किसी न किसी रूप में भगवान् राम की पूजा होती थी I

 

राम मंदिर विवाद (राम मंदिर v/s बाबरी मस्जिद)

1526 में बाबर के भारत पर आक्रमण किया और मुग़ल साम्राज्य की नीव रखी I बाबर ने अयोध्या के हिन्दुओ की एकता को तोड़ने के लिए उत्तर भारत में स्थित मंदिरों को तोड़ने का काम शुरू करवाया I उनमे से एक अयोध्या का राम मंदिर भी था I

1528 ई. में बाबर के आदेश पर एक सूबेदार मीर बाकी ने अयोध्या में स्थित राम मंदिर पर आक्रमण किया और इस मंदिर को भी तोड़ दिया I उस समय राम मंदिर को बचाने के लिए बहुत सारे राम भक्तो ने अपने प्राणों की आहुति दी I लेकिन मीर बाकी सफल रहा और अयोध्या का राम मंदिर तोड़ कर एक  मस्जिद का निर्माण करवाया I जिसका नाम बाबरी मस्जिद रखा गया |

1853 में इस स्थान पर पहली हिंसक घटना हुई I जिसमे हिन्दू और मुसलमान में आपस में बहुत लड़ाई हुई I

1858 में अंग्रेजी सरकार ने मंदिर और मस्जिद के बीच एक दीवार खड़ी कर दी और हिन्दू और मुसलमानों के पूजा स्थलों को अलग अलग किया गया I

1885  अग्रेजी सरकार की हुकूमत में फेजाबाद की अदालत में पहली बार बाबरी मस्जिद v/s राम मदिर का मुकदमा दायर किया गया I जिसपर उस समय कोई भी सुनवाई नही हुई I

1949 में हिन्दू भक्तों ने मस्जिद में भी भगवान राम की मूर्ति स्थापित तो विवाद और बढ़ गया जिसमे की सरकार ने पूजा स्थल को ताले लगाकर बंद करवा दिया I

1961 में सुन्नी समुदाय के मुसलमानों (वक्फ बोर्ड) ने मूर्ति हटाने की याचिका फेजाबाद न्यायलय को दी I लेकिन कोई सुनवाई नही हुई I

1982  में सरकार ने मंदिरों की जगह मस्जिद बनाने की बात को स्वीकार किया और 1986 को सरकार ने ताले खोलने का आदेश दिया I

नवम्बर 1989  को अयोध्या में श्री राम मंदिर के शिलान्यास की घोषणा की गयी I

1992 में बाबरी मस्जिद का बुनियादी ढांचा गिरा दिया गया I जिसकी वजह से भारत के बहुत से राज्यों में हिंसक घटनाएं हुई I जिसकी वजह से फिर से मंदिर में पूजा को बंद कर दिया गया I

1993  दुबारा से मंदिर में पूजा करने की अनुमति दे दी गयी I लेकिन विवाद नही रुका I

2003  में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण को मंदिर और मस्जिद की खुदवाई करने का आदेश मिला व् खुदाई में पाया गया की मस्जिद के स्थान पर एक विशाल हिन्दू ढांचा मोजूद है I

2010  में हिन्दू, मुस्लिम और निर्मोही विवाद को सुलझाने के लिए विवादित जमीन को तीन भागो में बाँट दिया गया I लेकिन हिन्दू समुदाय के लोग संतुष्ट नही थे I

सर्वोच्च न्यायलय का राम मंदिर के प्रति फैसला

2017 यह विवाद सुप्रीम कोर्ट पंहुचा और सुप्रीम कोर्ट ने फैसला हिन्दू मुस्लिम और  निर्मोही समुदाय को आपस में सुलझाने  के लिए कहा लेकिन कोई परिणाम नही निकला I

6 अगस्त 2019 से 16 अक्टूबर 2019  तक सुप्रीम कोर्ट में 40 बार  सुनवाई हुई I

अंत में 9 नवम्बर 2019  को सुप्रीम कोर्ट ने 134 साल से चल रहे विवाद को ख़तम करने का फैसला किया I  मुस्लिम और निर्मोही समुदाय की याचिका को ख़ारिज करते हुए अयोध्या को राम की जन्मभूमि करार दिया व् 2.77 एकड़ भूमि राम लल्ला के मंदिर के लिए अनुमोदित की I और केंद्र सरकार को आदेश दिया की 3 महीने के अंदर मदिर के नाम से ट्रस्ट का निर्माण करे व् राज्य सरकार मुस्लिम समुदाय के लोगो को किसी उपयुक्त स्थान पर  5 एकड़ जमीन उपलब्ध करवाए I

 

राम मंदिर का निर्माण

5 फरवरी 2020 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने राम मंदिर ट्रस्ट की घोषणा की और 5 अगस्त 2020 को लार्सन & टुर्बो (L&T) नामक  कंपनी ने राम मंदिर का निर्माण कार्य शुरू किया I  जनवरी 2024 में इस मंदिर का कार्य निर्माण पुरा हुआ I

22 जनवरी 2024 को मंदिर में भगवान् राम की मूर्ति को स्थापित कर भगवान् राम की प्राण प्रतिष्ठा हुई I 23 जनवरी से मंदिर आम लोगो के लिए खोल दिया जाएगा I

 

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