1918 में प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद सभी देशों को लग रहा था कि भविष्य में ऐसा युद्ध फिर कभी भी नही होगा I मगर 20 वर्ष ही बीते की 1939 में द्वितीय विश्व युद्ध शुरू हो गया I ऐसा माना जाता है की प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होते ही द्वितीय विश्व युद्ध के बीज बो दिए गये थे I क्योंकि मित्र राष्ट्रों ने जर्मनी के साथ जो वर्साय की सन्धि की थी उसे द्वितीय युद्ध का प्रमुख कारण माना जाता है I इस आर्टिकल में हम द्वितीय विश्व युद्ध के उन सारे तथ्यों को जानेंगे जो की द्वितीय विश्व युद्ध के लिए उत्तरदायी थे जैसे की
- द्वितीय विश्व युद्ध कब और क्यों हुआ ?
- द्वितीय विश्व युद्ध के कारण क्या थे ?
- द्वितीय विश्व युद्ध में ‘वर्साय की सन्धि’ की भूमिका I
- द्वितीय विश्व युद्ध की महत्वपूर्ण घटनाये I
- द्वितीय विश्व युद्ध के परिणाम क्या निकले ?
- द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की भूमिका I (UPSC Mains Exam)
- द्वितीय विश्व युद्ध के दोरान भारत में घटने वाली घटनाएं :
- द्वितीय विश्व युद्ध कब और क्यों हुआ
द्वितीय विश्व युद्ध 1 सितम्बर 1939 से 9 अगस्त 1945 (6 वर्ष) तक चलने वाला युद्ध था I ये युद्ध जर्मनी के वर्साय की सन्धि को तोड़ने से शुरू होता है और अमेरिका द्वारा जापान के दो शहर हिरोशिमा और नागासाकी पर परमाणु हमले के साथ ख़तम होता है I यह युद्ध क्यों हुआ इसके बहुत से कारण है जैसे की I
2. द्वितीय विश्व युद्ध के कारण क्या थे ?
- यूरोप में तानाशाही शक्तियों का उदय
- यूरोप में गुटों का निर्माण
- हथियार और सैन्य शक्ति को बढ़ावा देना
- राष्ट्र संघ (League of Nation) का असफल होना
- जर्मनी और इटली की सैन्य सन्धि
- विश्वव्यापी आर्थिक मंदी,
- राष्ट्र संघ की विफलता
- जर्मनी का पोलैंड पर आक्रमण
3. द्वितीय विश्व युद्ध में ‘ वर्साय की सन्धि ‘ की भूमिका
वर्साय की सन्धि की भूमिका : प्रथम विश्व युद्ध समाप्त होने के बाद मित्र राष्ट्रों ने धुरी राष्ट्रों के साथ शान्ति प्रस्ताव के रूप में सन्धि की I I इन संधियों का मुख्य उद्देशीय प्रथम विश्व युद्ध में हुए नुक्सान की भरपाई करना था I इन्ही में एक थी “वर्साय की संधि” जो 28 जून 1919 को हुई I यह संधि मित्र राष्ट्रों ने जर्मनी के साथ की थी I वर्साय की संधि को शापित संधि के रूप में भी जाना जाता है I इस संधि के तहत जर्मनी पर $12.5 बिलियन का जुर्माना लगाया गया जो की बाद में बढ़ाकर 26.3 बिलियन कर दिया गया I जर्मनी पर अन्य भी कई तरह की पाबंदियां लगायी गयी जैसे की जर्मनी की थल सेना की संख्या 1 लाख का दी गयी, जर्मनी की वायु सेना पर रोक लगा दी गयी, जर्मनी किसी भी अन्य देश के साथ सैन्य संधि नही करेगा, जर्मनी किसी भी प्रकार के हथियारों का उत्पादन नही करेगा, जर्मनी के जो लोहे और कोयले के जो मुख्य भंडार है उनको फ्रांस के हाथो में सौंप दिया गया I ये सारे प्रावधान वर्साय की संधि में लिखित थे I जर्मनी के न चाहते हुए भी जर्मनी को इस संधि पर 28 जून 1919 को हस्ताक्षर करने पड़े I जर्मनी ने इस संधि को जर्मनी के अपमान के रूम में देखा I 1933 में हिटलर के चांसलर बनते ही 1935 में जर्मनी ने वर्साय की संधि का उलंघन करना शुरू कर दिया I जर्मनी ने सभी देशो से छुपकर धीरे धीरे अपने सैनिको की संख्या में वृद्धि की, अपनी वायु सेना तैयार की, और हथियारो का उत्पादन भी किया I 1935 में ही जब बाकि देशो को पता लगा की जर्मनी अपनी सेना तैयार कर रहा है तो बहुत सारे देशो ने आपति जताई I लेकिन जर्मनी की सत्ता ऐसे शक्स के हाथ में थी जो किसी भी मायने झुकने वाला नही था I हिटलर ऐसा तानाशाह था जो की अकेला ही व्यक्ति द्वितीय विश्व युद्ध के लिए ज़िम्मेदार है I हिटलर ने 1937 में इटली, जापान, रोम, बर्लिन आदि के साथ सैन्य संधि की और धुरी राष्ट्र (Axis Power या Central Power) का गठन किया I जिसके बाद हिटलर ने इटली की मदद से ऑस्ट्रिया और हंगरी पर अपना अधिकार कर लिया जो कि प्रथम विश्व युद्ध के बाद स्वतंत्र राष्ट्र बन गये थे I ये सब वर्साय की संधि का उलघन था I हिटलर जर्मनी को विश्व की सर्वश्रेष्ठ शक्ति बनाना चाहता था इसलिए हिटलर ने 1 सितम्बर 1939 को पोलैंड पर हमला किया और यही से द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत मानी जाती है I
4. द्वितीय विश्व युद्ध की महत्वपूर्ण घटनाये :-
- 1 सितम्बर 1939 को जर्मनी के पोलैंड पर आक्रमण करने के साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत हो गयी थी I ब्रिटेन ने पोलैंड की मदद के लिए अपनी सेना भेजी I पोलैंड में ब्रिटेन की सेना हिटलर की सेना के सामने नही टिक पायी और 10 से 15 दिन में ही पोलैंड पर कब्ज़ा कर लिया I
- 3 सितम्बर 1939 को ब्रिटेन और फ़्रांस ने जर्मनी के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी I
- 10 जून 1940 को जर्मनी और इटली की संधि के तहत को इटली ने भी जर्मनी की और से युद्ध में प्रवेश कर लिया और ब्रिटेन के खिलाफ घोषणा कर दी I इटली और जर्मनी की सेनाओ ने ब्रिटेन के साथ मिल कर युद्ध लड़ा I
- 14 जून 1940 को जर्मनी ने फ़्रांस की राजधानी पेरिस पर आक्रमण कर दिया I और एक दिन में ही पेरिस को अपने अधिकार में ले लिया I
- सितम्बर 1940 से मई 1941 तक जर्मनी ने रात के समय लन्दन में रात के समय हवाई हमले और बमबारी की जिसे इतिहास में ब्लिट्ज युद्ध के नाम से जाता है I
- 22 जून 1941 को जर्मनी ने बरबोसा योजना के तहत रशिया पर आक्रमण कर दिया और रूस के कुछ क्षेत्र पर अधिकार कर लिया I जिसके बाद 03 अक्टूबर 1941 को हिटलर ने एक भाषण में ये कहा की रूस पूरी तरह से टूट गया है और वो दुबारा अब कभी नही उठ सकता I
- जून 1941 तक जर्मनी और इटली ने रूस और ब्रिटेन को छोड़कर सारे यूरोप पर कब्ज़ा कर किया था I
- 7 दिसम्बर 1941 को जापान ने अमेरिका के पर्ल हार्बर पर हमला किया और अमेरिका के एयरक्राफ्ट के बड़े बेड़े को नष्ट कर दिया I
- 8 दिसम्बर 1941 को तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति रूजवेल्ट ने कांग्रेस में दिए भाषण में कहा की ‘ एक तारीख जो बदनाम में रह जाएगी’ और इसके साथ ही अमेरिका भी द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल हो गया I इसी दोरान जापान ने हांगकांग सिंगपुर और ब्रिटिश मलाया पर भी हमला कर दिया और 11 दिसम्बर 1941 तक इनको अपने अधिकार में ले लिया I जर्मनी की रणनीति थी की विश्व के ज्यादा से ज्यादा देशो पर अधिकार हो वही रणनीति जापान की भी थी I इसलिए जापान जर्मनी के साथ देने के साथ साथ अपने अधिकार क्षेत्रो में भी बढ़ावा कर रहा था I जापान ने चीन के बहुत सारे क्षेत्रो पर अधिकार कर लिया था जिसके लिए चीन ने जापान से परेशान होकर मित्र राष्ट्रों से मदद मांगी I
- 17 मार्च 1942 को जर्मनी सैनिको द्वारा पोलैंड के यहुदिओं की सामूहिक हत्या के लिए पोलैंड के शहर बेल्जेक में जहरीली गैस का प्रयोग किया गया I जिसमे की 18 लाख यहूदी मरे गये I
- 19 अगस्त 1942 को जर्मनी ने पुरे रशिया पर आक्रमण की घोषणा कर दी I ये जर्मनी का विश्व युद्ध में उठाया गया सबसे गलत कदम था I जर्मनी और रूस के इस युद्ध को स्टेलिनग्राद के नाम से जाता है I स्लालिंग्राद का युद्ध द्वितीय विश्व युद्ध का सबसे लम्बा चलने वाला युद्ध था I इस युद्ध ने द्वितीय विश्व युद्ध के परिणाम ही पलट कर रख दिए I युद्ध में जहाँ अभी तक जर्मनी का दबदबा था तो वहीँ इस युद्ध में जर्मनी को हार का मुंह देखना पड़ा I इस युद्ध में रूस की सेना को लाल सेना के नाम से जाना जाता है I युद्ध में दोनों राष्ट्रों ने अपने 2.2 मिलियन सैनिको को खोया I 1 फरवरी 1943 को जर्मनी की सेना ने लाल सेना के सामने सरेंडर कर दिया I
- 25 जुलाई 1943 को इटली के राजा ने इटली के ही तानाशाह मुसोलिनी को गिरफ्तार कर लिया I जिसके बाद इटली ने युद्ध में मित्र राष्ट्रों का साथ दिया I
- 6 जून 1944 ‘नोर्मेंडी का युद्ध’ फ़्रांस में एक जगह है नोर्मेंडी जहा पर जर्मनी 5 अलग अलग जगह पर अपनी बड़ी सेना के साथ युद्ध लड़ रहा था I ब्रिटेन और अमरीका के लगभग 1.5 लाख संयुक्त सैनिको ने नोर्मेंडी में जर्मन सैनिको पर हमला कर दिया व् जर्मन सेना को तहस-नहस कर दिया I और फ़्रांस को जर्मनी से आज़ाद करवा दिया I इस युद्ध की याद में 6 जून को फ़्रांस में डी डे ( D. Day) के नाम से मनाया जाता है
- 12 अप्रैल 1945 को अमरीका के जॉर्जिया में अमेरिकी राष्ट्रपति रुल्वेल्ट की मृत्यु हो गयी और हैरी ट्रूमेन ने अमेरिका के नए राष्ट्रपति के रूम में शपथ ली I
- 25 अप्रैल 1945 को सोवियत संघ की सेना ने बर्लिन को घेर लिया
- 28 अप्रैल 1945 को सोवियत संघ की सेना ने स्विट्ज़रलैंड से भागते हुए इटली के तानाशाह मुसोलिनी को मार दिया I
- 29 अप्रैल 1945 हिटलर का ईवा ब्राउन से विवाह करना I
- 30 अप्रैल 1945 को हिटलर व् उसकी पत्नी ईवा ब्राउन ने बर्लिन के एक बंकर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली I
- 7 मई 1945 को जर्मनी ने रिम्स नामक शहर में आत्मसमर्पण कर लिया और इसी के साथ यूरोप में द्वितीय विश्व युद्ध समाप्त हो गया I
- 8 मई 1945 का दिन पुरे यूरोप में विजय दिवस के रूप में मनाया गया I
- 16 जुलाई 1945 को अमेरिका ने न्यू मक्सिको के अलामोगोर्डो में परमाणु बम का सफल परिक्षण किया गया I परमाणु बम की खोज अमेरिकी वज्ञानिक जूलियस रोबर्ट ओपनहाईमर ने की I
- 29 जुलाई 1945 को हैरी ट्रूमेन ने जापान को परमाणु हमले के चेतावनी दी की यदि जापान ने सरेंडर नही किया तो जापान को तबाह कर दिया जायेगा I लेकिन जापान ने युद्ध जारी रखा I
- 6 अगस्त 1945 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति हैरी ट्रूमेन ने जापान के शहर हिरोशिमा पर लिटल बॉय नामक परमाणु बम गिराया जिसमे 1 लाख 40 हजार लोग मरे गये I जापान की सरकार से कोई प्रतिक्रिया न मिलने पर 9 अगस्त 1945 को अमेरिका ने जापान के एक और शहर नागासाकी पर फैट मैन नामक परमाणु बम का इस्तेमाल किया जिसमे लगभग 80 हजार लोग मारे गये I इस हमले के साथ ही द्वितीय विश्व युद्ध पुरे विश्व में समाप्त हो गया I .
- 14 अगस्त 1945 को जापान ने अमेरिका की सभी शर्ते मान ली और युद्ध बंद कर दिया गया I
5. द्वितीय विश्व युद्ध के परिणाम क्या निकले ?
नकारात्मक परिणाम
- द्वितीय विश्व युद्ध में पुरे विश्व के लगभग 8 करोड़ से अधिक लोग व् सैनिक मारे गये
- द्वितीय विश्व युद्ध में जन धन की हानि
- शीत युद्ध
सकारात्मक परिणाम
- बहुत सारे नये देशो का निर्माण हुआ
- अमेरिका और रूस का महाशक्ति के रूप में उदय हुआ
- नाजी जर्मन अडोल्फ़ हिटलर का अंत
- उपनिवेशवाद का अंत
- UNO संयुक्त राष्ट्र संघ की सथापना
6. द्वितीय विश्व युद्ध में भारत की भूमिका
द्वितीय विश्व युद्ध के दोरान भारत ब्रिटेन के अधीन था तो ब्रिटेन ने जो भी उचित समझा भारतीय सैनिको को भारत से मंगवाया गया और युद्ध में शामिल किया गया I द्वितीय विश्व युद्ध में भारत के लगभग 25 लाख सैनिक शामिल हुए I जिन्होंने विश्व के अलग देशो मे द्वितीय विश्व युद्ध में भाग लिया I जिसमे लगभग 45000 सैनिक युद्ध में मारे गये व् 65000 के करीब सैनिक युद्ध में घायल हुए I
द्वितीय विश्व युद्ध के दोरान भारत में घटने वाली घटनाएं :
1940 – मुहम्मद अल्ली जिंहां द्वारा पाकिस्तान की मांग रखना
1942 – गाँधी जी द्वारा अंग्रेजों के खिलाफ भारत छोडो आन्दोलन चलाना
1942 – क्रिप्स मिशन का भारत में आगमन
1942- सुभाष चन्द्र बॉस द्वारा जापान में आजाद हिन्द फोज का गठन
1943 – भारत के बंगाल में अकाल का पड़ना और लाखो लोगो की मृत्यु होना
1945 – लाल किले पर भारतीय राष्ट्रिय सेना का परिक्षण
आज के इस आर्टिकल में हमने द्वितीय विश्व युद्ध के बारे में जाना I अगर आप किसी भी प्रकार की सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे है तो आप अन्य विश्व युद्ध से जुड़े अन्य आर्टिकल भी पढ़ सकते हो I
द्वितीय विश्व युद्ध के प्रश्न उत्तर हिंदी में (World War – 2 Question and Answer in Hindi)
प्रथम विश्व युद्ध (World War-1)
प्रथम विश्व युद्ध के प्रश्न उत्तर (World War-1 Question and Answer In Hindi)
द्वितीय विश्व युद्ध (World War-2)
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Bahut acha sir ji
Iske question and bhi de do
bahut jaldi aapko iske prashn uttar mil jayenge