‘अडोल्फ़ हिटलर‘ एक ऐसा नाम जिसका नाम लेते ही एक नकारात्मक छवि हमारे दिमाग में आती है I जब भी बात होती है विश्व के किसी सबसे बुरे तानशाह की तो अडोल्फ़ हिटलर का नाम सबसे उपर आता है I हिटलर ही वो व्यक्ति था जिसने द्वितीय विश्व युद्ध को जन्म दिया और पुरे विश्व में लगभग 8 करोड़ से ज्यादा लोग युद्ध में मारे गये I अडोल्फ़ हिटलर कौन था, केसे उसे जेर्मनी की सत्ता मिली और केसे हिटलर की वजह से द्वितीय विश्व युद्ध हुआ तो आज के इस आर्टिकल में ये सारी जानकारी आपको मिलेगी I
- हिटलर का जन्म – 20-अप्रैल 1889 ( ऑस्ट्रिया के एक शहर ‘ब्रौनौ एम इन’ में हुआ )
- हिटलर की शिक्षा – हिटलर की प्रारंभिक शिक्षा ऑस्ट्रिया की राजधानी वियना में हुई I
- हिटलर के शौक – Drawing, Public Speaking, सेना में भर्ती होना और देश की सेवा करना I
- हिटलर के पिता – एडोईस हिटलर
- हिटलर की माता- क्लारा पोल्जल
- हिटलर की पत्नी – ईवा ब्राउन
- हिटलर की मृत्यु– 30 अप्रैल – 1945
- हिटलर की पार्टी – नाज़ी ( पूरा नाम नेशनल सोशलिस्ट जर्मन वर्कर्स पार्टी )
1903 में जब हिटलर के पिता की मृत्यु हुई तो उसके बाद घर की ज़िमेदारी हिटलर के सर पर आ गयी और घर का खर्चा चलाने के लिए हिटलर ने पेंटिंग का काम किया I 1913 में हिटलर जर्मनी के म्युनिक में चला गया जहाँ प्रथम विशव युद्ध के दौरान हिटलर सेना में भर्ती हो गया I 1914 में जर्मनी की सेना ने फ्रांस पर आक्रमण के वक़्त हिटलर को एक बड़ी जिम्मेदारी देते हुए उसकी पोस्टिंग बेल्जियम में की गयी जहाँ हिटलर ने अपनी सेना के साथ बेल्जियम की सेना का खूब डटकर मुकाबला किया I जिसके लिए उसे सेना का सर्वोच मैडल ‘आयरन क्रास’ भी दिया गया जिसे उसने जीवन भर पहेने रखा I 1918 में प्रथम विश्व युद्ध में हारने के बाद हिटलर ने जर्मनी की हार का ज़िम्मेदार यहुदियो को ठहराया I यहुदियो के प्रति नफरत भरे भाषणों से बहुत सारे जर्मन सैनिक हिटलर के साथ हो गये I हिटलर ने इन सैनिको के साथ मिलकर नाजी पार्टी की स्थापना की व् स्वास्तिक चिन्ह को अपने दल के चिन्ह के रूप में चुना I यहुदियो के प्रति नफरत के कारण हिटलर ने जर्मनी में लगभग 60 लाख युद्धदियो की हत्याकरवा दी I 1919 में मित्र राष्ट्रों द्वारा जर्मनी के साथ की गयी वर्साय की संधि के कारण जर्मनी की आर्थिक दशा ख़राब हो गयी तो हिटलर ने अपने भाषणों से लोगो को जर्मनी की आर्थिक दशा सुधरने का आश्वासन दिया I 1922 तक हिटलर एक प्रभावशाली व्यक्ति बन गया उसने अपने भाषणों से जर्मनी की जनता को बहुत प्रभावित किया व् जर्मनी को प्रथम उसने सरकार को उखाड़ फेकने का प्रयास किया मगर असफल रहा I और जर्मनी की सरकार ने हिटलर को 5 वर्ष के लिए जेल भेज दिया I जेल में रहते हुआ हिल्टर ने अपनी आत्मकथा “मीन कम्फ “(मेरा संगर्ष) नामक किताब लिखनी आरम्भ की जिसमे हिटलर ने नाजी दल के सिद्धांतो का वर्णन किया I
“मीन कम्फ” The Biography of Hitler
सन 1932 में जर्मन संसद में नाजी दल के सदस्यो की संख्या 230 हो गई जो मेजोरिटी में थी I 1933 में हिटलर जर्मनी का चांसलर बनकर सत्ता में आया व् चांसलर बनते ही उसने सबसे पहले सामने वाले दल को गैर क़ानूनी घोषित कर दिया I 1933 में ही हिटलर ने लीग ‘ऑफ़ नेशन‘ को छोड़ दिया और वर्साय की संधि की अवहेलना करना शुरू कर दिया I वर्साय की संधि के तहत जर्मनी पर पाबंदियां लगायी गयी थी जैसे की जर्मनी अपनी वायु सेना नही रखेगा, जर्मनी के आर्मी में 1 लाख से अधिक सैनिक नही होंगे और जर्मनी किसी भी देश के संत कोई सैन्य संधि नही करेगा I उसके विरुद्ध हिटलर ने सेन्य शक्ति बढ़ाने का काम किया I व हथियार का उत्पादन भी किया और अपनी वायु सेना तेयार की I जब 1934 जर्मनी के राष्ट्रपति ने इस्तिफा दिया तो हिटलर ने राष्ट्रपति का पद स्वयं ग्रहण कर लिया I सत्ता में एक तानाशाह को आते देख 1934 में ही जर्मनी के मुख्य न्यायाधीश ने इस्तिफा दे दिया तो हिटलर ने न्यायाधीश का पद भी खुद को ही दे दिया I और जब प्रधानमंत्री ने पद छोड़ा तो हिटलर प्रधान मंत्री भी खुद बन गया I अब हुआ क्या की हिटलर 1934 तक देश की सेना का सर्वोच कमांडर, देश का सर्वोच न्यायधीश और देश का सर्वोच कार्यवाहक बन गया I इसका मतलब ये हुआ की सैन्य कार्यवाही भी हिटलर करेगा, न्याय भी हिटलर करेगा और जो भी जर्मनी के लोगो की परेशानी है उसे भी हिटलर ही देखेगा I हिटलर के हाथो में सभी महत्वपूर्ण शक्ति थी जो उसे किसी देश का तानाशाह बनने के लिए चाहिए थी I अब धीरे धीरे पुरे विश्व को लगने लगा था की जर्मनी कभी भी किसी भी देश पर हमला कर सकता है I 1935 तक आते-आते हिटलर के नेतृत्व में जर्मनी की वायु सेना, जल सेना, थल सेना के लगभग 16 लाख सैनिक थे I 1935 में जब बाकी देशो को पता चल गया कि जर्मनी के पास वायु सेना भी है I तो मित्र राष्ट्रों ने जर्मनी पर दबाव डाला की जर्मनी अपनी सैनिक शक्ति और हथियार क्यों बड़ा रहा है तो जर्मनी की और से कोई भी उत्तर नही मिला क्योकि जर्मनी की सत्ता ऐसे व्यक्ति के हाथो में थी को किसी भी मायने में किसी की भी बात मानने वाला नही था I 1937 में हिटलर ने इटली के साथ सैन्य संधि की I इसके बाद जर्मनी ने 1937 में ही ऑस्ट्रिया-हंगरी पर हमला करके उस पर अपना अधिकार कर लिया I इस हमले का जब मित्र राष्ट्रों ने जर्मनी से जवाब माँगा तो हिटलर ने जवाब दिया की जहाँ नाज़ी लोग रहते है वो क्षेत्र जर्मनी का है तो इसमें ब्रिटेन ने भी जर्मनी का सहयोग दिया I ऑस्ट्रिया हंगरी को अपने कब्जे में लेने के बाद 1 सितम्बर 1939 में जर्मनी ने पोलैंड पर हमला किया और यही से हिटलर द्वारा द्वितीय विश्व युद्ध की शुरुआत की गयी I
द्वितीय विश्व युद्ध शुरू केसे हुआ और केसे एक के बाद एक देश युद्ध में शामिल हुए I और इस युद्ध के परिणाम क्या निकले इस पर हम पहले ही आर्टिकल लिख चुके है पढने के लिए क्लिक करें –
हिटलर जर्मनी को विश्व का सर्वश्रेष्ट देश बनाना चाहता था हिटलर एक के बाद एक देश पर आक्रमण कर रहा था और उन्हें जीतता जा रहा था I ब्रिटेन और रूस को छोड़ का पूरे यूरोप पर हिटलर का कब्ज़ा था I हिटलर ब्रिटेन और रूस को भी अपने कब्जे में लेना चाहता था तो हिटलर ने रूस पर 19 अगस्त 1942 को रूस पर हमला कर दिया और यहीं से शुरुआत मानी जाती है हिटलर के अंत की और जर्मनी की हार की I बताया जाता है की अगर हिटलर रूस पर हमला नही करता तो जर्मनी आज विश्व की सबसे बड़ी शक्ति होता I रूस पर हमला हिटलर के जीवन का सबसे गलत कदम माना जाता है I रूस में जर्मन सेना और रशियन सेना के बीच जो युद्ध लड़ा गया वो युद्ध स्टेलिनग्राद के नाम से इतिहास में दर्ज है I द्वितीय विश्व युद्ध के दोरान लड़ा जाने वाला सबसे लम्बा युद्ध था जिसने हिटलर के पूरे यूरोप पर कब्ज़ा करने के सपने को ख़तम कर दिया I इसके बाद रूस के सैनिक जर्मनी में आये और हिटलर को बर्लिन के एक बंकर में मोजूद पाया जब रशियन सैनिको ने बंकर को घेर रखा था तो 30 अप्रैल 1945 को हिटलर व् उसकी पत्नी ईवा ब्राउन ने बर्लिन के एक बंकर में खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली और इसी के साथ दुनिया के सबसे बड़े तानाशाह हिटलर का भी अंत हो गया I
आज जब भी हम हिटलर का नाम भी सुनते है तो एक नकारात्मक छवि हमारे दिमाग में जाती है लेकिन अगर हम हिटलर से कुछ सीखना चाहे तो वो है उसका हुनर I
- हिटलर बहुत उच्च कोटि का वक्ता था, और भाषण कला में निपुण था I हिटलर के भाषण सैनिको में राष्ट्र के प्रति लड़ने को प्रेरित करते थे I
- हिटलर एक सच्चा देशभक्त था जो देश के लोगो के प्रति पुरे विश्व से लड़ गया
- हिटलर एक दूरदर्शी नेता था जो पुरे यूरोप को सभालने की क्षमता रखता था I
आपको हिटलर की ये जानकारी अच्छी लगी हो तो प्लीज शेयर करे करे I
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Nice. Sir