ISRO (Indian Space Research Organisation) भारत की Space Agency ISRO की स्थापना विक्रम साराभाई ने 15 अगस्त 1969 में की I आज के इस आर्टिकल में बात करेंगे ISRO, चंद्रमा और चंद्रयान की और इनसे Exam में आने वाले 50 महत्वपूर्ण प्रश्नों की I
- इसरो के नए अध्यक्ष 13 जनवरी, 2025 को कौन बने है – रॉकेट वैज्ञानिक वी नारायणन 14 वां नंबर के |
- 13 जनवरी, 2025 से पहले इसरो के अध्यक्ष कौन थे – डॉ एस. सोमनाथ.
- ISRO के संस्थापक कौन है – विक्रम साराभाई (पूरा नाम विक्रम अंबालाल साराभाई)
- ISRO की स्थापना कब हुई – 15 अगस्त 1969
- ISRO का पूरा नाम – Indian Space Reseach Organization (भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन)
- Isro का मुख्यालय कहाँ है – बेंगलुरु (कर्नाटक )
- Isro का पुराना नाम क्या था – INCOSPAR (Indian National Committee for Space Research)
- इसरो का आदर्श वाक्य क्या है – मानव जाति की सेवा में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी
- ISRO की स्थापना करने का उद्देशीय क्या है – संचार, दूरदर्शन, मौसम, और संसाधन मॉनिटरिंग के लिए उपग्रह प्रणालियां बनाना |
- भारत का पहला उपग्रह था – आर्यभट्ट (यह नाम प्रसिद्ध खगोलशास्त्री आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था।)
- इसरो ने कौन कौन से मिशन लांच किया है – इसरो ने चंद्रयान-1, चंद्रयान-2, चंद्रयान-3, शुक्रयान, और मंगलयान-2 जैसे मिशन लांच किए हैं और गगनयान जैसे मिशन की योजना बनाई है |
- चंद्रमा के अध्ययन करने वाले विज्ञान को क्या कहा जाता है – Selenology (चन्द्रविज्ञान)
- चंद्रमा के अध्ययन करने वाले वैज्ञानिक को क्या कहा जाता है – Selenologist (चन्द्रवैज्ञानिक)
- अन्तरिक्ष का विज्ञान क्या कहलाता है – खगोल विज्ञान
- अन्तरिक्ष का वैज्ञानिक क्या कहलाता है – खगोलशास्त्री
- स्पेस में जाने वाले यात्री को क्या कहा जाता है – Astronaut (खगोल यात्री)
- चंद्रमा की पृथ्वी से औसत दूरी – 384400 किमी.
- चंद्र्ग्रहण कब लगता है – पूर्णिमा के दिन( हर एक नहीं).
- चंद्रग्रहण की स्थिति- जब सूर्य और चंद्रमा के बीच पृथ्वी आती है.
- चंद्रमा का व्यास – 3476 किमी – त्रिज्या -1738 किमी.
- सौर मंडल का पांचवा सबसे बड़ा उपग्रह – चंद्रमा
- चंद्रमा पर जाने वाला पहला व्यक्ति कोन था – नील आर्मस्ट्रोंग.
- नील आर्मस्ट्रोंग के साथ चंद्रमा पर जाने वाला अन्य व्यक्ति कौन था- एडविन आलिड्रिन.
- चंद्रमा पर ये दोनों व्यक्ति किस यान से गए थे – अपोलो-11 (दिनांक-21 जुलाई 1969)
- चंद्रमा पर सबसे पहले किस Space Agency ने अपने एस्ट्रोनॉट भेजे –NASA – (American Space Agency) नील आर्मस्ट्रोंग और एडविन आलिड्रिन को भेजा था I
- सबसे पहले किस देश ने चाँद पर अपना यान सफलता पूर्वक लैंड करवाया था – रूस ने (लूना -9) 3 फ़रवरी 1966 को
- सोवियत संघ का कौन सा यान चन्द्र मिशन में सफल हुआ था – लूना – 9
- भारत ने चंद्रयान-1 कब लांच किया था –22 अक्टूबर 2008.
- भारत ने चंद्रयान-2 कब लांच किया था- 22 जुलाई 2019.
- भारत ने चंद्रयान-3 कब लांच किया था – 14 जुलाई 2023. 2:35 PM
- भारत की किस एजेंसी ने चन्द्रयान लांच किया है – ISRO.
- चन्द्रमा की रोशनी धरती पर कितने समय में पहुँचती है-1.3 SEC.
- चाँद पर सफलता पूर्वक जाने वाला तीसरा देश – चीन
- चाँद पर सफलता पूर्वक जाने वाला चोथा देश – भारत (2023)
- विश्व के प्रमुख देशों की प्रमुख स्पेस एजेंसीज – रशिया -SSC, अमेरिका -NASA, चीन -CNSA, भारत-ISRO, जापान -JAXA
- चंद्रयान किस एजेंसी ने लांच किया – ISRO
- चंद्रयान 3 की लौन्चिंग के समय ISRO के चीफ कौन थे – डॉ एस. सोमनाथ.
- चंद्रयान 3 चाँद पर कहाँ लैंड किया – चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर.
- भारत में कितने प्रमुख अन्तरिक्ष केंद्र है – 3 ( 1-विक्रम साराभाई अन्तरिक्ष केंद्र (त्रिवंत्म्पुरम), 2-सतीश धवन अन्तरिक्ष केंद्र (श्रीहरिकोटा में) , 3 –इसरो उपग्रह केंद्र (बेंगलुरु में).
- चंद्रयान-3 में लगे हुए मुख्य इंजन का नाम – CE-क्रोमोजेनिक इंजन
- चंद्रयान-3 मिशन की थीम क्या है – SCIENCE OF THE MOON
- भारत दक्षिणी ध्रुव पर पहुँचने वाला कौन सा देश बना –पहला
- मिशन चंद्रयान-3 में लेंडर का नाम –VIKRAM
- मिशन चंद्रयान-3 में रोवर का नाम – प्रज्ञान
- मिशन चंद्रयान-3 के लेंडर में कितने इंजन है – 4
- चंद्रयान-3 के लेंडर का टोटल वजन –1752 KG
- चंद्रयान-3 के निर्माण में लगभग कितना खर्चा आया – 615 CRORE
- इसरो के कुल कर्मीयों की संख्या – 16786
- ROCKET WOMEN के नाम से किसे जाना जाता है – रीतू श्रीवास्तव
- चंद्रयान-3 के कितने मुखय भाग है – 3 1 लेंडर,2 रोवर ,3 प्रोपल्शन
आज विश्व के सभी देश भारत को बधाई दे रहे है क्योंकि भारत चाँद पर सफलता पूर्वक पहुचने वाला विश्व का चोथा देश बन गया है I भारत ने इससे पहले भी दो बार 2008 में और 2019 में चाँद पर अपना यान भेजा लेकिन सफलता नही मिली I 23 अगस्त 2023 को ये पहली बार हुआ जब भारत का चंद्रयान -3 सफलता पूर्वक चाँद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरा I चाँद के दक्षिणी धुव पर उतरने वाला ये पहला यान बन गया है I
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